रविवार, 10 मई 2020

Email


ई.मेल.
इलेक्ट्रानिक मेल को संक्षेप में ई.मेल. कहा जाता है। यह इन्टरनेट के माध्यम से पत्र भेजने का एक तरीका है। ई.मेल. भेजने के लिए एक ई.मेल पते की जरूरत होती है जो यूजरनेम और डोमेन नेम से मिलकर बनती है। 1972 में रे टॉमलिंसन ने पहला ई.मेल. भेजा था। इन्होंने कुछ शब्द टाइप किए और खुद को ई.मेल. कर लिया। इन्होंने ही @ चिन्ह को चुना था। इन्हें ही ई.मेल. का जनक माना जाता है।
30 अगस्त 1982 को अमेरिकी सरकार ने भारतीय अमेरिकी वी.ए. शिवा अय्यदुरई को अधिकारिक रूप से ई. मेल. की खोज करने वाले व्यक्ति के रूप में मान्यता दी। 1978 में अय्यदुरई ने एक कम्प्यूटर प्रोग्राम तैयार किया जिसे ई.मेल. कहा गया। इसमें इनबॉक्स, आउटबॉक्स, फोल्सर्स, मेमो और अटैचमेंट्स के ऑप्शन थे।
ई.मेल. (इलेक्ट्रानिक मेल) व्यापक रूप से प्रयोग होने वाली इन्टरनेट सेवा है। पासवर्ड से लोग ई.मेल. की गोपनीयता को सुरक्षित रखते हैं। इसके द्वारा संदेश को तुरंत भेजा या प्राप्त किया जा सकता है। ई.मेल. से ऑडियो, वीडियो, फोटो और टेक्सट भेजे जा सकते हैं। यह डाक टिकट की आवश्यक्ता को घटाता है और संदेश भेजने और प्राप्त करने में लगे समय की बचत करता है।
पहली फ्री ई.मेल. सेवा के जन्मदाता सबीर भाटिया हैं। इन्होंने जून 1996 में हॉट मेल सेवा शुरू की थी। भारत में ई.मेल. सेवा देने वाले प्रमुख साइट rediffmail.com, yahoomail.com, Hotmail.com और gmail.com हैं।
ई.मेल. का प्रसार पूरे विश्व में बहुत तेजी से हो रहा है। आज घर, कार्यालय, स्कूल, कॉलेज, कोर्ट, बैंक सबमें ई.मेल. का इस्तेमाल हो रहा है। आज ई.मेल. हमारी संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।

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